न्यूज़ 75- जयपुर, 22 जुलाई।
क्यों दिया जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने राजनीतिक अमले में भूचाल ला दिया है और अब उनका इस्तीफा देने के बाद विदाई भाषण भी नहीं देने का फैसला आज में और घी डाल रहा है। ऐसे में विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दाल में कुछ काला तो जरूर है।
इस्तीफे का कारण नंबर 1 - स्वास्थ्य
जैसा की 21 जुलाई 2025 की शाम, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं और चिकित्सीय सलाह का हवाला देते हुए इस्तीफा सौंपा। उन्होंने लिखा “स्वास्थ्य की प्राथमिकता और डॉक्टर की सलाह का पालन करते हुए उन्होंने अपना त्यागपत्र संविधान के अनुच्छेद 67(a) के तहत तत्काल प्रभाव से प्रस्तुत किया है।"
इस्तीफे का कारण नंबर 2 -
बीएसी की बैठक के बाद, उनकी किससे मुलाकात हुई और उनके अहम को किसने पहुंचाई चोट।
अंदर खाने से खबर है कि बीएसी की बैठक के बाद उनकी बीजेपी के कद्दावर नेता से मुलाकात हुई और उसी के बाद हालात बदले और मामला इस्तीफा पर जा पहुंचा। माना यह भी जा रहा है कि सदन में जेपी नड्डा के आचरण से भी जगदीप धनकर खुश नहीं थे।
इस्तीफे का कारण नंबर 3 -
राजनीतिक समय और पृष्ठभूमि पर सवाल -
इस्तीफा संसद के मानसून सत्र के पहले दिन आया, जबकि उन्होंने उसी दिन राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता की थी। कांग्रेस सहित विपक्ष ने इसके समय पर संदेह जाहिर करते हुए कहा कि “स्वास्थ्य कारणों के अलावा कहीं गहरे कारण हो सकते हैं”। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने विशेष रूप से कहा कि शाम 4:30 बजे BAC (संसदीय कार्य समिति) की बैठक में केंद्रीय नेताओं के न पहुँचने और अचानक इस्तीफे के बीच कुछ गहरा मामला हो सकता है।
इस्तीफे से बढ़ी राजनीति में हलचल -
NDA की ओर से उपराष्ट्रपति पद को भरने हेतु चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसमें कुछ संभावित नाम चर्चा में हैं। संविधान के अनुच्छेद 68 के अनुसार, हटने की स्थिति में नए चुनाव जल्द से जल्द होंगे।
उप-राष्ट्रपति अगला चुनाव -
चर्चा यह भी है कि बिहार चुनाव और उसके बाद होने वाले पश्चिम बंगाल के चुनाव को देखते हुए भी उनसे इस्तीफे की दरकार रही हो, ऐसे में नया उपराष्ट्रपति बिहार और पश्चिम बंगाल के चुनाव की रणनीति और समीकरणों को देखते हुए बनाया जा सकता है।
चुनाव आयोग जल्द उप-राष्ट्रपति के लिए चुनाव की घोषणा करेगा। वर्तमान में संभावित नामों में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का उल्लेख है।
धनखड़ की पृष्ठभूमि -
11 अगस्त 2022 से 21 जुलाई 2025 तक धनखड़ उपराष्ट्रपति रहे; कार्यकाल अगस्त 2027 तक था।
इससे वे तीसरे ऐसे उपराष्ट्रपति बन गए जिन्होंने कार्यकाल से पूर्व इस्तीफा दिया। इससे पहले वी वी गिरी और आर. वेंकटरमन ने भी दिया था।
जगदीप धनकर इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और सांसद रह चुके हैं, और हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत में भी सक्रिय थे।
पहले उपराष्ट्रपति जिन पर महाभियोग लाया गया था-
देश के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में जगदीप धनखड़ पहले ऐसे राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति रहे, जिनके खिलाफ दिसंबर 2024 महाभियोग प्रस्ताव लाया था। जो बाद में तकनीकी कारणों से खारिज भी हो गया था।
राजनीतिक संकेत स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक इस्तीफा संसद की गरमाहट और सरकार-विरोधी सदन गतिरोध पर नया उलझाव ला सकता है। विपक्ष की प्रतिक्रिया कांग्रेस ने इस्तीफे के पीछे “गहरा राजनीतिक असंतोष” और वित्तीय अनुशासन में कमी की आशंका जताई।