जयपुर मेडिकल एसोसिएशन की चुनावी रंगत - नवाचार की उम्मीद
जयपुर, 28 मार्च।
राजधानी जयपुर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की मजबूत शाखा के रूप में जयपुर मेडिकल एसोसिएशन का एक बहुत बड़ा नाम है। वरिष्ठ और स्पेशलिस्ट डॉक्टर इस संस्था को पोषित करते है। इस संस्था के अंतर्गत और बैनर तले चिकित्सक और सभी स्वास्थ्य कर्मी अपनी बात बेबाक रूप से सरकार तक पहुंचाते है और सरकार एवं सिस्टम इनके हर अनुरोध पर गौर करती है। आगामी रविवार 30 मार्च को होने वाले चुनाव में कुछ खास मुद्दों पर सभी डॉक्टर्स एक मत पर इन्हीं ज़रूरी मुद्दों पर बात करे रहे है और विभिन्न पदों पर अपनी दावेदारी भी पेश कर रहे है। कहा जाता है की चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता है और इनको संरक्षित एवं सहायता करना सरकार समेत पूरे प्रदेशवासियों की जिम्मेदारी है। विशेष रूप से राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में प्राइवेट अस्पताल वाजिब दाम पर अपनी सेवाएं दे रहे है जिनको संरक्षण और प्रोटेक्शन की आवश्यकता है। चिकित्सा पेशे में नित नए नवाचार हो रहे है और सरकार समेत सभी वर्गों को यहां जयपुर मेडिकल एसोसिएशन का सहयोग करना चाहिए।
डॉक्टर्स की सुरक्षा, उनका मानसिक स्वास्थ्य, प्राइवेट अस्पतालों को समय पर विभिन्न सरकारी योजनाओं का मानदेय प्राप्त हो, बायो मेडिकल चार्जेज में कमी, रहवासीय इलाकों में अस्पतालों का नियमन इत्यादि मुद्दे है जो की जयपुर मेडिकल एसोसिएशन सरकार से समय समय पर अनुरोध कर चुकी है और आज भी संघर्षरत है। इस अवसर पर सचिव पद पर दावेदारी रखते हुए डॉ लोकेंद्र शर्मा जो की सीनियर प्रोफेसर और हेड ऑफ फार्माकोलॉजी विभाग, राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड साइंस एवं पूर्व पिसपल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अलवर ने बताया की आने वाले समय में वह चिकित्सकों के लिए और विशेष रूप से जयपुर मेडिकल एसोसिएशन में तकनीक एवं शासन से उचित संवाद का संयोजन करते हुए चिकित्सकों के अधिकार के लिए कार्यरत रहेंगे। दूरदर्शिता एवं नेतृत्व का समायोजन करते हुए जयपुर मेडिकल एसोसिएशन को एक नई दिशा में ले जाने का प्रयास किया जाएगा।