दो हजार का नोट चलन से होगा बाहर RBI to withdraw Rs 2000 notes from circulation.

देश में दो हज़ार रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर किया जा रहा है। ये नोट 8 साल बाद चलन से बाहर होने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक #RBI ने लोगों को 30 सिंतबर 2023 तक यह नोट बदलवाने की सलाह दी है। बैंक में एक बार में 20 हजार रुपये, यानि 2000 के 10 नोट तक बदलकर उनकी जगह 500-500, 200-200 या 100-100 रुपये के छोटे नोट लिए जा सकेंगे या दो-दो हजार रुपये के नोट बीस हजार तक बैंक में जमा करा सकेंगे। सभी बैंकों में 2000 रुपये के नोट बदलने की सुविधा मिलेगी। #आरबीआई ने सभी बैंकों से कहा है कि वे 2,000 रुपये के नोट जारी करना तुरंत बंद करें। भारतीय रिजर्व बैंक @RBI के 19 क्षेत्रीय कार्यालय, 23 मई से कम मूल्यवर्ग के नोटों के साथ बदलने के लिए 2,000 रुपये के नोट लेना शुरू करेंगे।

क्यों चलन से बाहर किया जा रहा है दो हजार का नोट ?

केंद्र सरकार के द्वारा 2000 का नोट को बंद करने का मुख्य कारण काला धन है। सरकार का मानना है कि 2000 का नोट एक बड़ा नोट है और इस नोट को काले धन के रूप में छुपाना बहुत आसान है। इस नोट को कुछ लोग अपने पास लंबे समय तक रोककर रखते हैं, जिससे मार्केट में 2000 के नोट की कमी आने लग गई, जो कि भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक खतरा है।

RBI to withdraw Rs 2000 notes from circulation, notes will continue to be legal tender.
आपको बताते चलें कि नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रातोंरात 1,000 और 500 रुपये के नोटों को बंद किए जाने के बाद रिजर्व बैंक ने 2,000 रुपये के नोट की छपाई शुरू की थी। दो हजार रुपये के नोट को आरबीआई एक्ट 1934 के सेक्शन 24 (1) के तहत लाया गया था। पुराने 500 और 1000 रुपये को नोटों के बंद होने के बाद करेंसी रिक्वायरमेंट के चलते इन नोटो को लाया गया था। आरबीआई ने एक बयान में कहा कि 2000 रुपये के नोट लाने का उद्देश्य तब ही पूरा हो गया था, जब अन्य मूल्यवर्ग के नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए थे। इसलिए 2018-19 में 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी।

आरबीआई ने कहा- 2000 के नोट के सर्कुलेशन में कमी आई है।

आरबीआई ने बताया कि 2000 रुपये के नोटों में से लगभग 89 प्रतिशत मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे और ये नोट 31 मार्च, 2018 को प्रचलन में अपने चरम पर थे। तब दो हजार के 6.73 लाख करोड़ रुपये सर्कुलेशन में थे। यह सर्कुलेशन 31 मार्च 2023 को घटकर 3.62 लाख करोड़ रह गया था।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने मार्च 2023 में संसद में कहा था कि आरबीआई की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 के बाद से 2000 रुपये की डिमॉमिनेशन वाले  नोट्स की सप्लाई के लिए मांग नहीं रखी गई है। इससे पहले दिसंबर 2021 में भी सरकार ने संसद को बताया था कि 2018-19 के बाद से 2000 रुपये के नोट की प्रिंटिंग के कोई फ्रेश आर्डर नहीं दिये गये हैं, इसलिये 2,000 के नोटों की संख्या में कमी आई है।

2000 की नोट बंदी से काले धन की वापसी कैसे होगी ?

2000 के नोट बंदी के बाद, जितने भी #2000 के नोटों को काले धन के रूप में लोगों ने छुपा कर रखा हुआ है। जिसका टैक्स केंद्र सरकार को नहीं मिल रहा है, वो सब नोट प्रचलन से बाहर होने के कारण बेकार हो जाएंगे। इसी डर से वो पैसा बाहर आएगा, और उसका टैक्स सरकार को मिलेगा। इस तरीके से काले धन पर एक बड़ी चोट लगेगी।

अगर आपके पास 2000 रुपये के नोट है तो आप को क्या करना चाहिए?

आपको अभी घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ये नोट बंद नहीं किया गया है, बल्कि चलन से बाहर किया जा रहा है, यानि ये नोट धीरे-धीरे चलन से खत्म किया जाएगा। अगर अभी आप मार्केट में जाएंगे तो इससे लेनदेन कर सकेंगे, लेकिन आपके पास ये नोट हैं तो इसे आप बैंक को लौटा दें और दूसरे नोट ले लें।

आपको नोट बदलने का पूरा वक्त मिलेगा-

30 सितंबर 2023 तक किसी भी बैंक की ब्रांच में 2000 रुपए के नोट बदले जा सकेंगे। 23 मई से किसी भी बैंक में बदले या जमा किए जा सकेंगे। एक बार में 20,000 रुपए बदले या बैंक में जमा किए जा सकेंगे। आरबीआई की 19 शाखाओं में भी नोट्स बदले जा सकेंगे।
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